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दोस्तो नमस्कार
मेरा नाम राकेश शर्मा है। मैं एक साइकिलिस्ट हूं और मैं एक ज्योतिष भी हूं। मैंने ज्योतिष की पढ़ाई करीब 5 साल तक की है। गुरु शिष्य पद्धति से भी मैंने ज्योतिष के बारे में जाना और भी कई तरीकों से मैंने ज्योतिष के बारे में जानने की कोशिश करी, अध्ययन किया लोगों से बात करी, कई बहुत विद्वान गुरु भी मुझे मिले। इन सब के बाद जो मैं ज्योतिष के बारे में समझ पाया वह मैं आज आपको अपने इस ब्लॉक में बताना चाहता।
ज्योतिष क्या है ?
ज्योतिष शब्ध दो शब्दो का जोड़ है ।
ज्योति + ईश (ईश्वर)
प्रकाश + ईश्वर का
= ईश्वर का प्रकाश
ज्योतिष पूरी तरह से एक विज्ञान है क्योंकि इसके बारे में हम काफी कुछ जान चुके हैं इसलिए विज्ञान शब्द का इस्तेमाल कर रहा हूं और ज्योतिष के बारे में हम बहुत कुछ अभी तक नहीं जान पाए हैं इसलिए मैं उसे ज्ञान कहूंगा। मतलब जिसे आपने जान लिया वह विज्ञान है और जो घटनाएं घट रही है पर आप उसे जान नहीं पाए वह ज्ञान है। उसके बारे में जानना पड़ेगा तब वह भी विज्ञान बन जाएगा तब आपके पास पक्के तथ्य होंगे। ज्योतिष में बहुत सारी चीजें हैं जिनका आपके पास तथ्य नहीं है पर आपको विश्वास करना पड़ता है। इसलिए वह ज्ञान है और कुछ चीजें विज्ञान है जैसे भुगोलिक, खगोलीय घटनाएं, अंतरिक्ष में ग्रहों का गमन, ग्रहो की दूरी, ग्रहो के बीच की दूरी, ग्रहो की रफ्तार इत्यादि , ग्रहो के स्वभाव, उनका पृथ्वी पर असर, पृथ्वी के जीवो पर असर, उनसे मनुष्य स्व्भाव पर असर, कार्य करने के तरीक़े पर असर इत्यादि ।
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ज्योतिष प्रारब्ध है। मतलब आपके कर्मों का फल जो भी आपने कर्म किए हैं पिछले जन्म में अगर आप पिछले जन्म को मानते हो तो या इस जन्म में भी। पिछले जन्म को इसलिए मैंने कहा क्योंकि जो बच्चा पैदा हुआ है तो उसने तो अभी कोई कर्म ही नहीं किया पर यह कैसे निर्धारित होता है कि वह किस जगह पर जन्म लेगा। राजा के यहां भी जन्म ले सकता है, वह रंक के यहां भी जन्म ले सकता है। वह सुख माहौल में भी दम भर सकता है, वह दुखी माहौल में भी जन्म ले सकता है। जो भी हम कर्म करते हैं वह स्टोर होते हैं ।क्रियमान जो हम अभी कर्म कर रहे हैं फिर वह संचित होते हैं , स्टोर होते हैं और फिर वह जब रिजल्ट देते हैं उसे हम प्रारब्ध कहते हैं तो आप यह बात समझ लीजिये क्रियमाण , संचित और प्रारब्ध ।
ज्योतिष के अंदर जब हम एक कुंडली का निर्माण करते हैं बच्चे के जन्म के साथ ही कुंडली का निर्माण हो जाता है। कुंडली का मतलब होता है उस समय के अन्तरिक्ष की फोटो, अंतरिक्ष की तस्वीर उस दिन कौन सा ग्रह किस स्थिति में था, कहां पर था ।
वह सब कुंडली के अंदर कैलकुलेशन, ज्योतिषीय गणना के हिसाब से उस में प्रदर्शित होता है तो जब भी हम किसी जातक की कुंडली को खोलते हैं कंप्यूटर में या हार्ड कॉपी हो तो हम उस में यह देखते हैं कि जब उस जातक का जब जन्म हुआ, जिस स्थान पर जन्म हुआ उस समय ग्रहों की पोजीशन क्या थी। तारे सितारे क्या कह रहे थे। उसी आधार पर यह समझने की कोशिश करी जाती है कि उस समय के ग्रह क्या कह रहे थे कि इस स्थिति में यह जातक ने जो जन्म लिए किस तरह का जीवन हम इसको देंगे वह वैसा ही जिएगा यह जरूरी नहीं है इस बात को आप ध्यान से समझिए यह वह कह रहे हैं तो उससे एक अंदाजा लगाया जाता है कि यह सितारे यह ग्रह यह बता रहे हैं कि इस का जीवन कैसा होना चाहिए पर वह वैसा होगा या नहीं होगा यह सिर्फ इसी बात पर निर्धारित नहीं करेगा यह निर्धारित करेगा उस जातक को माहौल क्या मिल रहा है, संस्कार क्या मिल रहे हैं और वह जातक 12 साल की आयु के बाद किस तरह के कर्म कर रहा हैं ।
वह सब कुंडली के अंदर कैलकुलेशन, ज्योतिषीय गणना के हिसाब से उस में प्रदर्शित होता है तो जब भी हम किसी जातक की कुंडली को खोलते हैं कंप्यूटर में या हार्ड कॉपी हो तो हम उस में यह देखते हैं कि जब उस जातक का जब जन्म हुआ, जिस स्थान पर जन्म हुआ उस समय ग्रहों की पोजीशन क्या थी। तारे सितारे क्या कह रहे थे। उसी आधार पर यह समझने की कोशिश करी जाती है कि उस समय के ग्रह क्या कह रहे थे कि इस स्थिति में यह जातक ने जो जन्म लिए किस तरह का जीवन हम इसको देंगे वह वैसा ही जिएगा यह जरूरी नहीं है इस बात को आप ध्यान से समझिए यह वह कह रहे हैं तो उससे एक अंदाजा लगाया जाता है कि यह सितारे यह ग्रह यह बता रहे हैं कि इस का जीवन कैसा होना चाहिए पर वह वैसा होगा या नहीं होगा यह सिर्फ इसी बात पर निर्धारित नहीं करेगा यह निर्धारित करेगा उस जातक को माहौल क्या मिल रहा है, संस्कार क्या मिल रहे हैं और वह जातक 12 साल की आयु के बाद किस तरह के कर्म कर रहा हैं ।
जो तारों ने उसके बारे में कहा, जिस तरह के उसने कर्म किए ,जिस तरह का उसको माहौल मिला और जिस तरह के वह कर्म वर्तमान में कर रहा है इससे निर्धारित होता है उसका भविष्य क्या होगा बहुत सारे ज्योतिष कुंडली देख कर के बोल देते आप के साथ ही घटना घटेगी । यह सौ प्रतिशत हो नहीं सकता । अंदेशा होता है कि ग्रह यह बता रहे हैं कि यह घटना घटेगी इस बात पर भी निर्धारित होगा कि वह जातक क्या कर रहा है।
इसलिए कर्म को बहुत प्राथमिकता दी गई है तो जब हम देखते हैं कि ग्रह किसी जातक को कष्ट देने वाले हैं या कुछ ग्रह कष्ट देने वाले या कुछ समय के अंदर कष्ट देने वाले तो हम उस जातक को यह बता दे क्या विशेष तरह के कर्म कीजिए और इस तरह के कर्म मत कीजिए।
इसलिए कर्म को बहुत प्राथमिकता दी गई है तो जब हम देखते हैं कि ग्रह किसी जातक को कष्ट देने वाले हैं या कुछ ग्रह कष्ट देने वाले या कुछ समय के अंदर कष्ट देने वाले तो हम उस जातक को यह बता दे क्या विशेष तरह के कर्म कीजिए और इस तरह के कर्म मत कीजिए।
मान लो अगर बारिश होनी है तो बारिश होकर रहेगी। कोई भी दुनिया का ज्योतिष उसको रोक नहीं सकता। वह जातक को केवल इतना बताया जा सकता है कि कल बारिश होने वाली है। हम बारिश को तो नहीं रोक सकते पर आप छाता लेकर जाना और अगर आपको जुखाम या बुखार है, आपकी तबीयत खराब है तो आप मत जाना। बस इसी तरीके से चलता है ज्योतिष ।ज्योतिषियों की वजह से ज्योतिष पर उंगलियां उठाई जा रही है ज्योतिष का पूरी तरह व्यवसायीकरण हो चुका है।
इस में आने वाली दौलत और शोहरत बहुत ज्यादा हो चुकी है जिसकी वजह से ज्योतिष अपने ऊपर संतुलन नहीं रख पाते, अपनी महत्वाकांक्षाओं पर काबू नहीं रख पा रहे और वह भगवान बनने की कोशिश कर रहे कि जाओ हमने कह दिया ऐसा ही होगा, या आपकी कुंडली में यह लिखा है तो ऐसा ही होगा। आप अपनी बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल कीजिए कि अगर मैं एक ज्योतिष होने की वजह से किसी को यह कहता हूं कि आपकी 6 महीने के अंदर शादी हो जाएगी तो इसका दूसरा अर्थ है या तो शादी होगी यह शादी नहीं होगी। नहीं होगी तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता और वह जैसा जी रहा था वैसा जीता रहेगा पर अगर शादी हो गई तो वह जातक के लिए मैं बहुत बड़ा ज्योतिष बन जाऊंगा। इसी आधार पर ज्योतिष काम कर रहे हैं आजकल।
इस में आने वाली दौलत और शोहरत बहुत ज्यादा हो चुकी है जिसकी वजह से ज्योतिष अपने ऊपर संतुलन नहीं रख पाते, अपनी महत्वाकांक्षाओं पर काबू नहीं रख पा रहे और वह भगवान बनने की कोशिश कर रहे कि जाओ हमने कह दिया ऐसा ही होगा, या आपकी कुंडली में यह लिखा है तो ऐसा ही होगा। आप अपनी बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल कीजिए कि अगर मैं एक ज्योतिष होने की वजह से किसी को यह कहता हूं कि आपकी 6 महीने के अंदर शादी हो जाएगी तो इसका दूसरा अर्थ है या तो शादी होगी यह शादी नहीं होगी। नहीं होगी तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता और वह जैसा जी रहा था वैसा जीता रहेगा पर अगर शादी हो गई तो वह जातक के लिए मैं बहुत बड़ा ज्योतिष बन जाऊंगा। इसी आधार पर ज्योतिष काम कर रहे हैं आजकल।
किसी भी घटना के दो पहलू होते है या तो घटेगी या नहीं घटेगी या तो नेगेटिव होगा या पॉजिटिव होगा। यह ब्लॉग लिखने का मकसद यह है कि आप ज्योतिष को ज्योतिष की तरीके से समझे।
ज्योतिषियों के तरीके से नहीं ज्योतिष के अंदर ज्योतिषी जो पैसा ले रहे हैं जो दक्षिना राशि या जो आज फीस बन चुकी है, कंसल्टेंसी फीस बन चुकी है वह सही है या गलत है वह मैं इसी ब्लॉक के अंदर अगले टाइटल में लिखूंगा । मैं यह बताना चाहता हूँ कि अगर किसी समय किसी जातक का जन्म हुआ, उसके जन्म के समय अंतरिक्ष की एक फोटो है, एक तस्वीर है कुंडीली । जिसे उस समय का गोचर कहा जाता है और आज के गोचर को मिलाकर जानकरी दी जाती है । कुंडीली तो पैदा होने से मरते दम तक वही रहेगी। किसी घटना का समय निर्धारण गोचर के आधार पर होगा और दशाओं के आधार पर होगा । अगर किसी का मकान का योग है तो मकान तो बनेगा, कब बनेगा, अभी बनेगा या देर से बनेगा गोचर निर्धारित करेंगे और वह मकान झोपड़ी भी हो सकता है और एक बहुत बड़ा बंगला भी हो सकता है यह कुंडली बताएगी।
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ज्योतिषियों के तरीके से नहीं ज्योतिष के अंदर ज्योतिषी जो पैसा ले रहे हैं जो दक्षिना राशि या जो आज फीस बन चुकी है, कंसल्टेंसी फीस बन चुकी है वह सही है या गलत है वह मैं इसी ब्लॉक के अंदर अगले टाइटल में लिखूंगा । मैं यह बताना चाहता हूँ कि अगर किसी समय किसी जातक का जन्म हुआ, उसके जन्म के समय अंतरिक्ष की एक फोटो है, एक तस्वीर है कुंडीली । जिसे उस समय का गोचर कहा जाता है और आज के गोचर को मिलाकर जानकरी दी जाती है । कुंडीली तो पैदा होने से मरते दम तक वही रहेगी। किसी घटना का समय निर्धारण गोचर के आधार पर होगा और दशाओं के आधार पर होगा । अगर किसी का मकान का योग है तो मकान तो बनेगा, कब बनेगा, अभी बनेगा या देर से बनेगा गोचर निर्धारित करेंगे और वह मकान झोपड़ी भी हो सकता है और एक बहुत बड़ा बंगला भी हो सकता है यह कुंडली बताएगी।
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AstroRakesh Astrologer
मैं आशा करता हूं की जो बात में आप लोगों को समझाना चाह रहा था वह बात आप लोग समझ गए होंगे कि ज्योतिष सिर्फ आपके कर्मों का फल है। कुंडली सिर्फ यह बताएगी कि आपने क्या किया है आप क्या भोगोगे और वह फल आप भोगोगे ही यह इस बात पर भी निर्धारित करता है कि आप किस तरह के कर्म अभी कर रहे हैं। एक बात आप जोर देकर यह समझ ले कि कोई भी ज्योतिष आपकी कुंडली में आपके जीवन में कोई भी घटना या वस्तु जोड़ नहीं सकता और ना वह घटा सकता है, ना वह आपको कोई चीज दिला सकता है ना आपसे छीन सकता है। ज्योतिषी सिर्फ एक अकाउंटेंट है जो आपकी कुंडली की गणना करके आपको हिसाब किताब करके यह बता सकता है कि आपको क्या चीजें मिलनी चाहिए और क्या चीजें नहीं मिलेंगी और जो नहीं मिलेंगी वह भी आपको मिल सकती हैं आपके कर्म के आधार पर और जो चीजें मिली है वह नहीं भी मिल सकती हैं अगर आपने विपरीत या गलत कर्म करते है तो आप सिर्फ ज्योतिष से इतनी ही मदद ले सकते हैं ।
जिन लोगों को ज्योतिषी में विश्वास नहीं है वह भी खुश रहते हैं ।
हर व्यक्ति की कुंडली में कुछ ग्रह उसके शुभ होते हैं और कुछ ग्रह अशुभ होते हैं। कोई भी व्यक्ति इस दुनिया में ऐसा नहीं है जिसके सभी ग्रह शुभ फल दे या अशुभ फल दे क्योंकि कोई भी व्यक्ति संपूर्ण जीवन में ना तो अच्छे काम कर सकता है ना बुरे काम कर सकता है। जिसने सारे जीवन में बुरे काम किये है उसने भी कभी ना कभी कुछ अच्छे काम अनजाने में कर दिए होते हैं। और जिसने बहुत अच्छे काम किए हैं उससे भी जाने अनजाने में कुछ गलतियां हो जाती है। इसलिए सुख दुख जीवन का पहलू है। ज्यादा क्या है यह देखना है जरुरी है । सुख का महत्व तभी तक है जब तक दुख है अगर दुख ना हो तो सुख का कोई महत्व नहीं है यह पूरक है एक दूसरे के। अगर मरीज ही ना हो तो एक डॉक्टर क्या करेगा और अगर डॉक्टर ना हो तो मरीज कैसे बचेगा तो दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं ।
हर व्यक्ति की कुंडली में कुछ ग्रह उसके शुभ होते हैं और कुछ ग्रह अशुभ होते हैं। कोई भी व्यक्ति इस दुनिया में ऐसा नहीं है जिसके सभी ग्रह शुभ फल दे या अशुभ फल दे क्योंकि कोई भी व्यक्ति संपूर्ण जीवन में ना तो अच्छे काम कर सकता है ना बुरे काम कर सकता है। जिसने सारे जीवन में बुरे काम किये है उसने भी कभी ना कभी कुछ अच्छे काम अनजाने में कर दिए होते हैं। और जिसने बहुत अच्छे काम किए हैं उससे भी जाने अनजाने में कुछ गलतियां हो जाती है। इसलिए सुख दुख जीवन का पहलू है। ज्यादा क्या है यह देखना है जरुरी है । सुख का महत्व तभी तक है जब तक दुख है अगर दुख ना हो तो सुख का कोई महत्व नहीं है यह पूरक है एक दूसरे के। अगर मरीज ही ना हो तो एक डॉक्टर क्या करेगा और अगर डॉक्टर ना हो तो मरीज कैसे बचेगा तो दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं ।
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मित्रों आगे का ब्लॉक में मैं बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर लिखूंगा। वह विषय है मांगलिक और नॉन मांगलिक। ज्योतिष विद्या के अंदर इस विषय का बहुत ही महत्व है। इस विषय के आधार पर बहुत सारे लोगों के विवाह रुके हुए हैं। ज्योतिष के इसी विषय को लेकर बहुत सारे ज्योतिषियों ने लोगों को डराया हुआ है। तो मैं इसके बारे में आपको कुछ जानकारी दूंगा। जिससे आपको यह सहायता मिल सके, आपका डर खत्म हो सके कि आप किस किस से शादी कर सकते हैं मांगलिक होने पर भी। जी बाते आप लोगों से छुपाई गई है मैं वह बताऊंगा। छुपाने का मकसद अनजाने में भी हो सकता है और जानबूझकर भी हो सकता है और इसी प्रकार मैं अपने इस ब्लॉग में आने वाले ज्योतिष के तमाम विषयों के बारे में लिखूंगा जिन विषयों को लेकर आप लोगों को डराया गया है या लोगों को भ्रमित किया गया है या लोगों का फायदा उठाया गया है। उनमें से कुछ विषय में आपको बता दूं मांगलिक और नॉन मांगलिक, कालसर्प दोष, शनि की साढ़ेसाती, पित्र दोष, दरिद्र दोस्त या राजयोग ऐसे बहुत सारे विषय के बारे में मैं लिखता रहूंगा आप मेरे साथ जुड़े रहिये है। अगर आपको लगता है कि मेरा यह कार्य सही है तो मेरे इस ब्लॉग को शेयर कीजिए और मेरे साथ जुड़े रहिए
धन्यवाद।🙏🇮🇳
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Astro RAKESH
In English………
Astrology AstroRakesh Astrologer
what is astrology ?
The answer is astrology is just your karma’s reactions. Newton said if you done some action you get their reaction. same thing is in astrology. first i tell you, my English is not good but I’ll try my best. so please co-operate.
For example someone when born all planets are still in particular position so birth chart is like a picture of Space when someone born.
In Indian Astrology we use 9 planets. Sun , moon , Mars , Mercury , Jupiter , Venus , Saturn and Rahu (Dragon head) and at last but not least Ketu (Dragon tail).
Every planet tell some prediction about that child. Astrologer is a like accountant. they doing only some calculations and consult you. I personally believe astrologer never can predict if they are predict it means they are like a God but it’s not true. Astrologer is a consultant they doing only consultancy but now at that scenario they all are professionals so they need lot of money , they need lot of popularity , they need lot of respect because they are materialistic but it’s not right way.
So I feel if you don’t believe in astrology it’s very good. its mean you are intelligent. intelligent is not a right word. it means you are non believer , you have a good IQ because you need logic , you need evidence and you are full of confident , you are brave , you don’t need any religious , any mythology , any God , you believe in yourself so I proud of these people who don’t believe in astrology , religious and God.
but the main problem is Hippocratic people they are believer but the show they are non believer, they are Atheist they don’t believe in astrology but the fact is they know very well they are believe in everything. they are very dangerous people because they are Hippocratic if you are non-believer it’s very good . you are atheist, it’s very good. you are believer , it’s very good but Hippocratic people are very dangerous for us , society for environment, everywhere so beware of Hippocratic people.
Birth chart in Hindi its Kundli . it’s just a picture of Space when someone born and birth chart show us all planets position. every planet tel some prediction about that child and it’s depend on their last birth karma’s. it’s a science like a medical field , like other field.
if doctor say it’s a genetic problem . we are believe but some astrologer say it’s a rebirth or by parental problem. we are not believe. it’s very strange
thanks for reading my blog please comment and share your name and keep in touch thank you so much.
Note ……. if you know Hindi very well so please read my all blogs in Hindi you understand in Hindi much better because my English is not good.
you read my all blogs it’s not only about astrology. some blogs are about my journey k2k Kashmir to Kanyakumari by cycle during my journey.
I ride 4384 kilometre, I crossed 12 states in 51 days without money and I met above 1 lakh people and discuss about environment and astrology and about society so please read my all blogs I hope you will like it and please comment.
I ride 4384 kilometre, I crossed 12 states in 51 days without money and I met above 1 lakh people and discuss about environment and astrology and about society so please read my all blogs I hope you will like it and please comment.
One year ago I already done Kathmandu to New Delhi by bicycle solo. during my this journey I met 35000 people and discuss about environment the motive is promote bicycle culture in our world and discuss about environment because India is a very big country. and I need know about my country and about myself also so that’s why I ride thousands kilometre again & again. You get all information in my blogs and my YouTube channel “RAKESH SHARMA” also and my Facebook page also comment and send your name.
Thanks
अभी और भी है । बाकी आगे लिखूंगा ………..
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